किसान भाईयो इस लेख में एक ऐसे प्रोडक्ट की जानकारी दी जा रही है जो बहुत है सस्ता है और खेती के लिए बहुत ही लाभदायक भी। ये सब जानते है कि हमारे देश मे हरित क्रांति आने के बाद खेती करने वाले किसान भाइयों का सबसे ज्यादा पैसा उर्वरक पर खर्च होता है। डीएपी यूरिया और दूसरे कई प्रकार के फर्टीलाइजर अधिक महंगे होने के कारण जहाँ किसानों की आय लगभग खत्म हो चुकी हैं वहीं इन रासायनिक उर्वरकों केे लगातार प्रयोग से हमारी भूमि की उर्वरा शक्ति भी घटती जारही है। भूमि की उर्वरा शक्ति घटने के और भी कुछ प्रमुख कारण है जैसे किसान भाइयो द्वारा खेतो में कम्पोस्ट खाद का कम प्रयोग करना और फसलों के बचे अवशेष को खेत में नहीं छोड़ना भी शामिल है जिसके चलते भूमि में कार्बन तत्व लगातार घट रहे हैं।
रासायनिक उर्वरकों से हो रही इस बड़ी हानि को रोकने के लिए अब सरकार जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है जिससे कृषि लागत को कम करके किसानों की आय में व्रद्धि की जा सके।
रासायनिक उर्वरकों से हो रही इस बड़ी हानि को रोकने के लिए अब सरकार जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है जिससे कृषि लागत को कम करके किसानों की आय में व्रद्धि की जा सके।
जैविक खेती को लाभकारी बनाने के लिए भारत सरकार के ही कृषि विभाग के जैविक कृषि केंद्र ने एक प्रोडक्ट तैयार किया है जिसे वेस्ट डीकंपोजर नाम दिया गया है। राष्टीय जैविक कृषि केंद्र ने इस वेस्ट डीकंपोजर के 40 मिलीलीटर शीशी की कीमत मात्र 20 रुपए रखी है। कृषि संस्थान का दावा है इस वेस्टे डिकम्पोजर से तीन से चार दिनों में ही कई सौ लीटर तरल खाद तैयार तैयार हो जाती है। जो जैविक खेती करने वालो के साथ-साथ ही रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करने वाले किसानो के लिए भी लाभदायक है।
वेस्ट डिकम्पोजर क्या है?
किसान भाईयो राष्टीय जैविक खेती केंद्र द्वारा बनाया गया वेस्ट डिकम्पोजर एक प्रकार का फंगस है जिसे गाय के गोबर से निकाला गया है इसके साथ ही इसमें और भी कई प्रकार के फंगस मिलाए जाते है। जो वेस्ट डिकम्पोजर को और भी अधिक उपयोगी बनाते है।
वेस्ट डिकम्पोजर का प्रयोग कैसे करे?
हमारे किसान भाई इस वेस्ट डिकम्पोजर का प्रयोग अपनी खेती में कई प्रकार से कर सकते है इसके प्रयोग से पहले हमें इसका घोल तैयार करना पड़ता है। घोल तैयार करने के लिए एक पात्र में 200 लीटर पानी लेकर उसमें 2 किलो गुड़ मिलादे इसके बाद 40 मिलीलीटर मात्रा वेस्ट डिकम्पोजर इस पानी मे डालकर किसी डंडे की सहायता से अच्छी तरह हिलाकर इस पात्र को ढक कर छाया में रख दे इस घोल को धूप मे न रखे। तीन से चार दिनों में ये घोल प्रयोग के लिए तैयार हो जाता है। जिसे किसान भाई अपने खेतों मे प्रयोग कर सकते है।
इस घोल का प्रयोग खड़ी फसलों मे सिंचाई करते समय पानी के साथ मिलाकर तथा फसल में छिड़काव के रूप में कर सकते है। इसके अलावा जुताई के समय इस घोल को खेत मे छिड़क कर भी किसान भाई प्रयोग कर सकते है। वेस्ट डिकम्पोजर से बीजों का शोधन करने से बीजो का जमाव अच्छा होता है।
केंद्र सरकार हमारे किसान भाईयो को वेस्ट डिकम्पोजर प्रोडक्ट को उपलब्ध कराने के साथ ही इसे प्रयोग करने की ट्रेनिंग भी देती है। इसके लिए बाकायदा वीडियो भी बनाए गए हैं जिन्हें आप यूट्यूब पर देख सकते है। खेतीबाड़ी में रासायनों के इस्तेमाल को कम करने के मकसद से ही इसका निर्माण किया गया है। जैविक कृषि केंद्र के अनुसार जिन किसान भाइयों ने इसका प्रयोग किया है, उनकी न केवल लागत कम हुई है बल्कि उन्हें अच्छा उत्पादन भी हासिल हुआ है।
वीडियो देखें
वेस्ट डिकम्पोजर का प्रयोग किसान भाई उच्च गुणवत्ता वाली कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए भी करते है। इसके लिए 1 टन कूड़े-कचरे में 20 लीटर वेस्ट डीकंपोजर का तैयार घोल छिड़क दें। इसके ऊपर एक परत बिछा दें और फिर घोल का छिड़काव करें। फिर सब ढक कर छोड़ दें। तकरीबन 40 दिन में कम्पोस्ट खाद तैयार हो जाएगी। केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, एक शीशी से 20 किलो बीज का शोधन किया जा सकता है। एक शीशी डिकम्पोस्ट को 30 ग्राम गुड़ में मिला दें। यह मिश्रण 20 किलो बीज के लिए पर्याप्त है। शोधन के आधे घंटे बाद बीज की बुआई कर सकते हैं।
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बहुत से किसान भाई वेस्ट डिकम्पोजर से उठा रहे है लाभ।
राष्टीय जैविक कृषि केंद्र के निदेशक डॉक्टर किशन चंद्रा ने वेस्ट डिकम्पोजर के संबंध में एक वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया है। इस वीडियो में डॉक्टर साहब इसके फायदों के बारे में बता रहे हैं। चंद्रा जी कहते हैं कि सभी किसान बेधड़क इसका प्रयोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि पहले इस तरह के फॉर्मूले को प्राइवेट कम्पनियो को बेच दिया जाता था और वह प्रोडक्ट बनाकर बाजार में बेचते थे। लेकिन उसकी क्वालिटी अच्छी नहीं होती थी इसलिए इस बार सरकार ने यह फैसला लिया है कि वेस्ट डीकंपोजर को सरकार खुद ही किसानों तक पहुंचाएगी।
कहा से खरीदे वेस्ट डीकम्पोज़र
वेस्ट डीकंपोजर राष्ट्रीय जैवि खेती केंद्र के सभी रीजनल सेंटर पर उपलब्ध है। यह गाजियाबाद, बंगलुरु, भुवनेश्वर, पंचकूला, इंम्फाल, जबलपुर, नागरपुर और पटना के रीजनल सेंटर से प्राप्त किया जा सकता है या फिर Hapur Road, Near CBI Academy, Sector 19, Kamla Nehru Nagar, Ghaziabad, Uttar Pradesh 201002, Phone: 0120 276 4906 इस पते पर भी पैसे मनी आर्डर करके किसान भाई इसे घर पर ही मंगा सकते हैं।
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Very nice how farmers get this product easily
ReplyDeleteइससे किसान को बहुत ज़्यादा लाभ के साथ-साथ,भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट नही होगी अपितु पर्यावरण को सुधारने में दोहरा लाभ होगा
ReplyDeleteWest decomposer,aboutthis product something is must to know for example 1.what is it's ph value.2.which harmones are contents.
ReplyDeleteMai d compost se jevik khaad bnana chata hu ,isliye mujhe iski lagbagh 50 bottles chaiye. Mai jevik khaad bnakar use bhi kruga or supply bhi
ReplyDeleteneemach mandi bhav
ReplyDeleteneemuch mandi bhav
ReplyDeletemandsaur mandi bhav
dhamnod mandi bhav today
fact, Really Good, Really Good, Really Good, fact, ture lines, its really amazing, best ever article
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